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मुंबई को छोड़कर गोआ क्यों चले गए जायसवाल? सामने आया यह कारण…​​​​​​​

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Jaiswal

भारतीय टेस्ट टीम के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल अचानक मुंबई छोड़कर गोवा के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने का फैसला करके चर्चा का केंद्र बन गए हैं। बुधवार को जायसवाल के फैसले ने सभी को चौंका दिया है। उन्होंने मंगलवार को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को एक पत्र लिखकर मुंबई छोड़कर गोवा जाने की इच्छा व्यक्त की। पत्र मिलने के बाद मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने जायसवाल को रिहा कर दिया।

इसका मतलब यह है कि अब से जयवाल गोवा के लिए रणजी से लेकर सभी प्रकार के घरेलू क्रिकेट खेलेंगे। वह 2025-26 सत्र में गोवा के लिए खेल सकते हैं और उन्हें घरेलू टीम का नेतृत्व भी दिया जा सकता है। लेकिन वह अपनी राज्य टीम को कितना समय दे पाते हैं, यह भी एक बड़ा सवाल है। क्योंकि जायसवाल को चालू कैलेंडर वर्ष में कई अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं।

एक साक्षात्कार में जायसवाल ने कहा कि गोवा आने का कारण नए अवसर थे। उन्होंने कहा, "मेरे लिए यह एक कठिन निर्णय था। आज मैंने जो कुछ भी हासिल किया है, उसका श्रेय मैं मुंबई को देता हूं। इस शहर ने मुझे आकार दिया है। मैं जीवन भर एमसीए का ऋणी रहूंगा। लेकिन गोवा ने मुझे एक नया अवसर दिया। मुझे गोवा का नेतृत्व करने का भी प्रस्ताव दिया गया है। मेरा पहला लक्ष्य भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करना है। जब मैं राष्ट्रीय टीम में नहीं रहूंगा, तो गोवा के लिए जरूर खेलूंगा। साथ ही, मैं टूर्नामेंट में टीम को आगे ले जाने की कोशिश करूंगा। मेरे सामने एक बड़ा अवसर आने वाला है। मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित हूं।"

कहा जा रहा था कि जायसवाल नए अवसरों की तलाश में मुंबई जा रहे थे, लेकिन एक रिपोर्ट में कुछ अलग ही दावा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जायसवाल ने राज्य के लिए नहीं खेलने का फैसला किया है क्योंकि मुंबई टीम प्रबंधन सभी मुद्दों पर उनकी आलोचना कर रहा है। मुंबई की प्रथम श्रेणी क्रिकेट टीम के कप्तान और अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे और जायसवाल के बीच तनावपूर्ण संबंध हैं।

दोनों के बीच मतभेद और असहमति की शुरुआत 2022 में हुई थी। एक मैच में जायसवाल ने मैदान पर विरोधी खिलाड़ी को लगातार स्लेजिंग की थी। इससे नाराज होकर कप्तान के तौर पर रहाणे ने सबसे पहले जायसवाल को मैच के बीच से ही बाहर कर दिया। फिर उसे मैदान से बाहर निकाल दिया गया। मैच की दूसरी पारी में जायसवाल ने 323 गेंदों पर 265 रनों की पारी खेली। हालांकि, मैच के अंतिम दिन दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाज रवि तेजा पर स्लेजिंग करने के बाद पश्चिम क्षेत्र के कप्तान रहाणे को जायसवाल ने मैदान से बाहर कर दिया। इससे जायसवाल और रहाणे के बीच विवाद हो गया।

रिपोर्ट में आगे दावा किया गया है कि जायसवाल से कप्तान और टीम प्रबंधन द्वारा उनके शॉट चयन को लेकर नियमित रूप से पूछताछ की जा रही है। मुंबई बनाम जम्मू एवं कश्मीर रणजी मैच के दौरान स्थिति और खराब हो गई। मुंबई के कोच ओमकार साल्वी ने मैच में ढीला शॉट खेलने के लिए जायसवाल पर सवाल उठाए। जयसवाल ने गुस्से में आकर रहाणे का किट बैग सबके सामने फेंक दिया और चले गए।

जायसवाल ने यह विकेट उस समय लिया जब मुंबई की टीम संघर्ष कर रही थी। कप्तान के तौर पर रहाणे और कोच साल्वी ने उनसे सवाल पूछे। लेकिन उन्होंने इसे सकारात्मक रूप से नहीं लिया। पीटीआई की रिपोर्ट में जायसवाल के साथ एक वरिष्ठ खिलाड़ी की दुर्दशा का भी उल्लेख किया गया है। यह संभव है कि वह वरिष्ठ खिलाड़ी रहाणे हों। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई के कप्तान और प्रबंधन के साथ मतभेद के कारण जायसवाल गोवा चले गए।