भारत के 5 महान क्रिकेटर, जिन्होंने विदाई मैच का सम्मान बिना लिया संन्यास

नई दिल्ली : हर क्रिकेटर चाहता है कि जब वह क्रिकेट से संन्यास ले तो मैदान में उनकी विदाई पूरे सम्मान के साथ हो, लेकिन भारत में कुछ बदकिस्मत क्रिकेटर ऐसे भी हैं जिन्हें यह सम्मान नहीं मिला. निराशा की बात है कि इसमें कई महान भारतीय क्रिकेटरों का नाम शामिल है। आइए एक नजर डालते हैं उन 5 भारत के महान क्रिकेटर के बारे में, जिन्होंने विदाई मैच का सम्मान बिना लिया संन्यास।
महेन्द्र सिंह धोनी

महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने आईसीसी वर्ल्ड टी20 (2007), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011) और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (2013) का खिताब अपने नाम किया है। इसके अलावा भारत पहली बार 2009 में टेस्ट में नंबर वन बना। दिसंबर 2014 में धोनी ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। इसके बाद धोनी ने 15 अगस्त 2020 को वनडे और टी20 इंटरनेशनल से भी संन्यास ले लिया। भारत को इतनी सफलता दिलाने के बाद धोनी विदाई मैच के सम्मान के पात्र थे, लेकिन उनके लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।
वीरेंद्र सहवाग

वीरेंद्र सहवाग ने भारत के लिए 104 टेस्ट में 49.34 की औसत से 8586 रन बनाए, जिसमें 23 शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 319 रहा है। वीरू ने 251 वनडे में 8273 रन बनाए जिसमें 15 शतक और 38 अर्धशतक शामिल हैं। इस प्रारूप में वीरू का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 219 है। इसके अलावा वीरू ने 19 टी20 मैचों में 394 रन बनाए, जिसमें 68 रन उनका सर्वोच्च स्कोर था। वीरेंद्र सहवाग ने साल 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, लेकिन उन्हें विदाई मैच का सम्मान नहीं मिला।
गौतम गंभीर

गौतम गंभीर ने साल 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया, लेकिन उन्हें विदाई मैच का सम्मान नहीं मिला। गौतम गंभीर पाकिस्तान के खिलाफ 2007 टी20 विश्व कप और श्रीलंका के खिलाफ 2011 वनडे विश्व कप के फाइनल मैच के हीरो थे।
राहुल द्रविड़

राहुल द्रविड़ ने 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। टीम इंडिया के सिर्फ दो ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों में 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं. सचिन तेंदुलकर के अलावा, द्रविड़ ने टेस्ट में 13288 रन बनाए हैं, जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल हैं। द्रविड़ ने वनडे में 10,889 रन बनाए हैं। जिसमें उनके 12 शतक शामिल हैं। बतौर फील्डर सबसे ज्यादा कैच लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड द्रविड़ के नाम है। उन्होंने 301 पारियों में 210 कैच लपके। लेकिन उन्हें भी विदाई मैच का सम्मान नहीं मिला।
जहीर खान

टीम इंडिया के महान तेज गेंदबाज जहीर खान ने साल 2017 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन उन्हें विदाई मैच का सम्मान नहीं मिला। बाएं हाथ के जहीर खान ने लंबे समय तक भारतीय टीम में तेज गेंदबाजी की भूमिका निभाई थी।
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