3 खिलाड़ी जिनकी टीम में जगह भी नहीं बनना चाहिए, वो भी बने बैठे हैं अपने देश के कप्तान, 2 के नाम जानकर हैरानी होगी
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तानी करना कोई आसान काम नहीं है क्योंकि किसी भी देश की टीम के सारा बोझ कप्तान के कंधों पर होता है
क्रिकेट नगर कप्तानी की बात करें तो भारत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को महेंद्र सिंह धोनी जैसा कप्तान दीया है ने भारत को टी-20 विश्व कप 2007, एकदिवसीय विश्व कप 2011 और साथ ही साथ चैंपियंस ट्रॉफी 2013 जिताया है। ऑस्ट्रेलिया ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को रिकी पोंटिंग जैसा विश्व विजई कप्तान दिया है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तानी करना कोई आसान काम नहीं है क्योंकि किसी भी देश की टीम के सारा बोझ कप्तान के कंधों पर होता है। मगर अच्छा प्रदर्शन करके मैच जीत जाए तो वह टीम गेम हो जाता है मगर अगर हार जाए तो सारी जिम्मेदारी कप्तान के कंधों पर आ जाती है।
ऐसे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 3 ऐसे कप्तान भी हैं जो शायद कप्तानी के कार्यभार को संभाल नहीं पा रहे हैं और क्रिकेट के चाहने वालों का ऐसा लगता है कि अगर इन खिलाड़ियों से कप्तानी लेकर इनको टीम से बाहर का रास्ता दिखाया जाए तो यह टीम के लिए लाभदाई साबित हो सकता है।
टेम्बा बावुमा
इस लिस्ट में पहला नाम दक्षिण अफ़्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा का है। बावुमा 2021 से ही दक्षिण अफ्रीका के सीमित प्रारूप के कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में अफ्रीका की टीम अब तक 31 मुकाबले खेल चुकी है और इस दौरान वो मात्र अब तक 700 रन ही बना सके हैं।
बावुमा जब से अफ्रीका के कप्तान बने हैं, उसके बाद से ही यह देखने को मिला है कि वो अब कप्तानी के बोझ के तले दबते हुए नजर आ रहे हैं। कप्तान बनने के बाद साल 2022 में बावुमा के बल्ले से 17 मैचों में 712 रन जबकि 2021 में उनके बल्ले से 684 रन ही निकले हैं। यही कारण है कि कई लोगों का मानना है कि उन्हें कप्तानी से हटाते हुए टीम से ड्रॉप कर देना चाहिए।
केन विलियमसन
इस लिस्ट में दूसरा नाम न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन का है। केन 2012 से ही न्यूजीलैंड की कप्तानी संभालते आए हैं और उसके बाद से लेकर अब तक वही इस टीम के कप्तान हैं लेकिन हाल ही के दिनों में यह देखने को मिला है कि वो अब कप्तानी के बोझ के तले दबते हुए नजर आ रहे हैं। बतौर कप्तान वो न्यूजीलैंड के लिए 180 मुकाबले खेलते हुए 8548 रन बना चुके हैं लेकिन 2022 में उनका प्रदर्शन बेहद ही ख़राब रहा है।
इस साल कुल 9 मैचों में उन्होंने 294 रन बनाए जबकि 2021 में उनके बल्ले से 693 रन निकले थे तो वहीं 2020 में 757 जबकि 2019 में इस खिलाड़ी के बल्ले से 1543 रन निकले थे। यह आंकड़े बताने के लिए साफ़ हैं कि साल दर साल कप्तानी की वजह से उनके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली है। यही कारण है कि कई लोगों का मानना है कि उन्हें कप्तानी से हटाते हुए टीम से ड्रॉप कर देना चाहिए।
आरोन फिंच
इस लिस्ट में तीसरा नाम ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच का है जिन्होंने अभी हाल ही में वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है लेकिन वो अभी टी20 में कप्तानी करते रहेंगे। फिंच 2014 से ही ऑस्ट्रेलिया के कप्तान हैं और बतौर कप्तान उन्होंने 122 मुकाबलों में 4129 रन बनाए हैं। हालांकि, साल 2022 उनके लिए कुछ अच्छा नहीं रहा।
इस साल उन्होंने 99.57 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए, 25 मैचों में 474 रन बनाए हैं। ऐसे में यह आंकड़े बताने के लिए साफ़ हैं कि कप्तानी की वजह से उनके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली है क्योंकि 2019 में उन्होंने 1356 रन 2020 में 944 जबकि 2021 में 459 रन बनाए थे। यही कारण है कि कई लोगों का मानना है कि उन्हें कप्तानी से हटाते हुए टीम से ड्रॉप कर देना चाहिए।