ICC चैंपियंस ट्रॉफी: भारत नहीं खेलेगा तो पाकिस्तान को होगा 5497 करोड़ का नुकसान!
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का भविष्य अब अनिश्चितता में फंस गया है. भारत सरकार ने भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी खेलने के लिए पाकिस्तान जाने की इजाजत नहीं दी है. इसकी जानकारी बीसीसीआई ने आईसीसी को दे दी है.
आईसीसी ने इसकी जानकारी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भी दे दी है. हालांकि पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी का एक भी मैच देश से बाहर आयोजित नहीं होने देगा. इसके अलावा, पीसीबी ने बीसीसीआई के दृष्टिकोण पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए आईसीसी को भी पत्र लिखा है.
राजनीतिक टकराव के कारण 2012-13 से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हुई है. दोनों देश सिर्फ आईसीसी और एशिया कप में ही आमने-सामने होते हैं. पाकिस्तान ने 2023 एशिया कप की मेजबानी की, हालांकि भारत ने अपने अधिकांश मैच श्रीलंका में खेले. हाइब्रिड मॉडल ने एशिया कप जीता. हालांकि चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल के पक्ष में नहीं है. इस पर विवाद बढ़ता जा रहा है.
क्रिकबज में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, अगर पाकिस्तान अपनी जिद पर अड़ा रहा और चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन प्रभावित हुआ तो आईसीसी पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर हो जाएगी. अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चैंपियंस ट्रॉफी से हटता है तो आईसीसी से मिलने वाली फंडिंग में भी कमी आने की आशंका है.
अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड विवाद को देखते हुए चैंपियंस ट्रॉफी पर प्रतिबंध लगाता है तो देश को मेजबानी शुल्क के मामले में 65 मिलियन डॉलर यानी करीब 5497 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा. हाल ही में पीसीबी ने कराची, रावलपिंडी और लाहौर में स्टेडियमों को अपग्रेड किया है. अगर मैच नहीं हुआ तो पाकिस्तान को इस मामले में आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ेगा.
भारत ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया है. लेकिन पाकिस्तान का मुद्दा यह है कि इंग्लैंड और न्यूजीलैंड ने श्रृंखला की सफलतापूर्वक मेजबानी की। सुरक्षा व्यवस्था को सर्वाधिक महत्व दिया गया. चैंपियंस ट्रॉफी में भी इसी तरह के कदम उठाए जाएंगे. अभी तक आईसीसी ने पाकिस्तान के रवैये के बारे में कुछ नहीं कहा है.