IND-W vs AUS-W: कोविड–19 पॉजिटिव होने के बावजूद कैसे ऑस्ट्रेलिया ने खिलाई अपनी खिलाड़ी?

 

इतिहास में पहली बार महिला क्रिकेट का T–20 फॉरमेट को कॉमनवेथ गेम्स में ऐड किया गया और रोचकता को देखते हुए यह एक अच्छा फैसला माना जा रहा था। शानदार टूर्नामेंट का अंत भी काफी शानदार मोड़ तक आया और सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाली ऑस्ट्रिया और भारत के बीच अंतिम मुकाबला खेला गया।

पर अंतिम मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के एक निर्णय ने सबको अचंभित कर दिया और इस फैसले के खिलाफ काफी सवाल भी उठाए जा रहे हैं। दरअसल ऑस्ट्रेलिया की मध्य क्रम की बल्लेबाज ताहलिया मकग्राह मैच से एक दिन पहले की सुबह को कोविड–19 पॉजिटिव पाई गई थीं जिसके बावजूद उनको स्वर्ण पदक मुकाबले के लिए फिट करार दिया गया और खिलाया भी गया।

एक प्रसिद्ध स्पोर्ट्स एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ताहलिया मैक्ग्रा मुकाबले से ठीक पहले वाली सुबह कोविड-19 पॉज़ीटिव पाई गईं। लेकिन इसके बावजूद उन्हें मैच खेलने के लिए फिट घोषित कर दिया गया। उनकी वजह से ही मैच के लिए टॉस में भी देरी हुई।

खबर के मुताबिक ताहलिया मैक्ग्रा को कोविड-19 के हल्के लक्षण थे। जिसके बाद हेल्थ एक्सपर्ट्स, टीम और मैच अधिकारियों ने इस खिलाड़ी को मुकाबले में खेलने की परमिशन दे दी। भले ही मैक्ग्रा को हल्के लक्ष्ण हों। लेकिन ये दोनों ही टीम्स या मैदान के पास मौजूद दर्शकों के लिए कितना घातक साबित हो सकता है।

इस मुकाबले में मैक्ग्रा नंबर चार पर बैटिंग करने आईं। हालांकि वो ज़्यादा देर क्रीज़ पर नहीं टिक सकीं और चार गेंदों में दो रन बनाकर दीप्ति शर्मा की गेंद पर कैच आउट हो गईं।

कॉमनवेल्थ गेम्स के महिला क्रिकेट फाइनल की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लैनिंग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बेथ मूनी की 61 रनों की पारी के कारण ऑस्ट्रेलिया ने 161/8 रन बनाए। भारत की ओर से रेणुका सिंह और स्नेह राणा ने दो-दो विकेट लेकर वापसी की।

162 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, भारत की ओपनर हरमनप्रीत कौर और जेममिमाह रोड्रिग्स ने भारत को काफी अच्छी स्थिति में रखते हुए 118/2 तक जरूर पहुंचाया था पर वहां से भारतीय पारी ऐसी लड़खड़ाई कि पूरी पारी 152 पर सिमट गई। भारत की तरफ से हरमनप्रीत ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।